Zoho Founder Sridhar Vembu Clarifies 5 Major Misconceptions About Zoho


Zoho के संस्थापक श्रीधर वेम्बु ने गलतफहमियों पर दी सटीक सफाई, जानिए 5 अहम बातें

Zoho Founder Sridhar Vembu Clarifies 5 Major Misconceptions About Zoho

भारतीय सॉफ़्टवेयर कंपनी Zoho को लेकर इंटरनेट और सोशल मीडिया पर कई तरह की अफवाहें फैल रही थीं। हाल ही में Zoho के संस्थापक श्रीधर वेम्बु ने खुद सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X (पूर्व में Twitter) पर एक विस्तृत पोस्ट के माध्यम से इन गलत जानकारियों को दूर किया। इस पोस्ट में Zoho Founder Sridhar Vembu ने Zoho के विकास, डेटा सुरक्षा, कंपनी की राजनीतिक तटस्थता और ग्लोबल उपस्थिति को लेकर 5 साफ़ और महत्वपूर्ण बिंदु बताए।

Zoho Founder Sridhar Vembu
Zoho Founder Sridhar Vembu

Zoho क्या है?

Zoho Corporation एक अग्रणी भारतीय बहुराष्ट्रीय सॉफ्टवेयर कंपनी है, जिसकी स्थापना 1996 में श्रीधर वेम्बु और टोनी थॉमस ने की। शुरुआत में इसे AdventNet के नाम से जाना जाता था। कंपनी ने धीरे-धीरे क्लाउड बेस्ड व्यावसायिक टूल्स और ऑफिस सूट विकसित किए, जिन्हें आज दुनिया भर में लाखों लोग उपयोग कर रहे हैं। इसका मुख्यालय चेन्नई, भारत में है, और कंपनी का एक बड़ा हिस्सा ग्लोबल मार्केट में काम करता है। आज Zoho के लगभग 8 करोड़ से अधिक यूजर और 50,000 से ज्यादा ग्राहक संगठन हैं। कंपनी के उत्पाद जैसे Zoho CRM, Zoho Mail, Zoho Books, Zoho Workplace आदि विभिन्न व्यवसायों और प्रोफेशनल्स के लिए बेहद उपयोगी हैं।

1. Zoho पूरी तरह से भारतीय कंपनी है

Zoho Founder Sridhar Vembu ने साफ किया कि Zoho का ग्लोबल मुख्यालय चेन्नई में है और कंपनी अपनी पूरी कमाई पर भारत में टैक्स देती है। उन्होंने यह भी कहा कि Zoho का कोई भी प्रोडक्ट अमेरिकी सर्वर या क्लाउड प्लेटफॉर्म (जैसे AWS, Azure, Google Cloud) पर होस्ट नहीं होता। Zoho अपने खुद के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर फ्रेमवर्क का इस्तेमाल करता है जो भारतीय विकासकर्ताओं ने विकसित किया है। यह कंपनी पूरी तरह से “मेड इन इंडिया, मेड फॉर द वर्ल्ड” के सिद्धांत पर काम करती है।

2. डेटा सुरक्षा और बेसिस

भारत में उपयोग होने वाले ग्राहक डेटा को भारत में ही रखा जाता है। कंपनी के मुंबई, दिल्ली, चेन्नई और जल्द ही ओडिशा में डेटा सेंटर हैं। विश्व के अन्य 18 से ज्यादा देशों में भी Zoho के स्थानीय डेटा सेंटर मौजूद हैं, जो संबंधित देश के नियमों का पालन करते हैं। श्रीधर वेम्बु ने जोर दिया कि कंपनी किसी भी डेटा को विदेशी सर्वरों पर संग्रहित नहीं करती, जिससे डेटा की सुरक्षा और प्राइवेसी सुनिश्चित होती है।

3. राजनीतिक तटस्थता और पारदर्शिता

Zoho पूरी तरह से राजनीतिक रूप से तटस्थ है और किसी भी राजनीतिक दल से संबंध नहीं रखती। श्रीधर वेम्बु ने इस बात पर भी जोर दिया कि कंपनी ने कभी भी किसी सरकारी योजना का लाभ या सब्सिडी नहीं ली। साथ ही, तमिलनाडु सरकार से भी कंपनी को कोई अतिरिक्त लाभ या जमीन आवंटित नहीं की गई है। Zoho की यह निष्पक्ष नीति इसे एक भरोसेमंद कंपनी बनाती है।

4. ग्लोबल उपस्थिति और सफलताएं

Zoho आज लगभग 80 देशों में काम करती है और अमेरिका जैसे बड़े बाजारों में भी इसकी मजबूत मौजूदगी है। कंपनी के पास 18,000 से ज्यादा कर्मचारी हैं और 120 मिलियन से भी ज्यादा व्यवसाय और प्रोफेशनल्स Zoho के उत्पादों पर भरोसा करते हैं। Zoho का सॉफ्टवेयर Google और Microsoft जैसे बड़े ब्रांड्स के कड़े मुकाबले में विश्वासपात्र विकल्प बन चुका है। इसके उत्पाद विशेष रूप से छोटे और मध्यम व्यवसायों के लिए किफायती और उच्च गुणवत्ता वाले समाधान प्रदान करते हैं।

5. Zoho का भविष्य और भारत की प्रतिभा पर गर्व

Zoho Founder Sridhar Vembu का मानना है कि भारतीय प्रतिभा और भारत में बने सॉफ़्टवेयर का भविष्य उज्जवल है। उन्होंने बताया कि Zoho किस तरह ग्रामीण भारत की ताकत और तंत्र को जोडऩे के लिए काम कर रहा है और किस तरह यह कंपनी तकनीकी क्षेत्र में नवाचार की मिसाल पेश कर रही है। Zoho ने कई नए उत्पाद लॉन्च किए हैं जो व्यापार और टेक्नोलॉजी के नए क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव ला रहे हैं। वेम्बु ने अंत में यह स्पष्ट किया कि Zoho पूरी तरह से भारत से विकसित होकर पूरी दुनिया में अपनी पहचान बना चुकी है।

Zoho के बारे में क्या-क्या गलतफहमियाँ थीं?

Zoho Founder Sridhar Vembu ने निम्न बिंदुओं में साफ-साफ जवाब दिए:

  • Zoho ने कभी सरकार से कोई फंडिंग या सब्सिडी नहीं ली है। कंपनी को तमिलनाडु सरकार से कोई फायदा, छूट या “लॉन्ड्री” नहीं मिली है।
  • Zoho का राजनीति से कोई संबंध नहीं है। कंपनी पूरी तरह से राजनीतिक रूप से तटस्थ (Neutral) है।
  • Zoho भारतीय कंपनी है, लेकिन इसका दायरा ग्लोबल है। मुख्यालय चेन्नई (भारत) में है और कंपनी अमेरिका सहित 80+ देशों में मौजूद है।
  • कंपनी भारत में ही अपने प्रोडक्ट बनाती है और अपनी ग्लोबल कमाई पर भारत में टैक्स भरती है।
  • भारतीय ग्राहकों का डेटा भारत (मुंबई, दिल्ली, चेन्नई और जल्द ही ओडिशा) में ही रहता है। Zoho के दुनियाभर में 18+ डेटा सेंटर हैं और हर देश का डेटा उसी देश/क्षेत्र के भीतर रहता है।
  • Zoho के सभी सर्विसेज़ अपने ही हार्डवेयर और खुद के बनाए हुए सॉफ्टवेयर फ्रेमवर्क पर चलते हैं, जो Open Source (जैसे कि Linux, Postgres) पर आधारित हैं।
  • Zoho की कोई भी सर्विस AWS, Azure या Google Cloud पर होस्ट नहीं होती। Arattai ऐप भी नहीं। ट्रैफिक तेज करने के लिए कभी–कभी कुछ नोड्स इस्तेमाल होते हैं, लेकिन डेटा वहाँ स्टोर नहीं होता।
  • Zoho Developer अकाउंट का US एड्रेस सिर्फ़ पुरानी रजिस्ट्रेशन की वजह से दिखता है, असल में कंपनी पूरी तरह से “Made in India, Made for the World” पर काम करती है।

निष्कर्ष

Zoho Founder Sridhar Vembu के इस स्पष्टिकरण से यह बात साफ हो गई है कि Zoho एक पूरी तरह से भारतीय, विश्वसनीय, और प्रगतिशील सॉफ्टवेयर कंपनी है। जो तकनीक में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की स्थिति मज़बूत कर रही है और लाखों व्यवसायों और व्यक्तियों को बेहतर सेवाएँ प्रदान कर रही है। Zoho की यह यात्रा भारतीय सॉफ्टवेयर उद्योग के लिए गर्व की बात है।


यह ब्लॉग पोस्ट Zoho की सच्चाई और उसके विकास को सरल हिंदी में बताता है, ताकि हर कोई इसे समझ सके और किसी भी तरह की अफवाहों से बचा जा सके।

References

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