Madhyamik Life Science संकरण से आप क्या समझते हैं ? What do you mean by hybridization ?

What do you mean by hybridization
What do you mean by hybridization ?

Madhyamik Life Science  संकरण से आप क्या समझते हैं ? What do you mean by hybridization ?

1. संकरण से आप क्या समझते हैं ? ( What do you mean by hybridization ? )

Ans . दो उपजातियों में क्रास ( Cross ) कराकर नये संकर ( hybrid ) संतान उत्पन्न करने की क्रिया को संकरण ( Hybridization ) कहते हैं ।

2. एलील या एलीलोमार्क से आप क्या समझते हैं ? ( What do yon mean by Allel or Allelomorph ? )

Ans . सजातीय क्रोमोजोम के एक ही लोकस पर स्थित विरोधी लक्षणों के प्रत्येक जोड़े को एलील या एलीलोमार्फ कहा जाता है । जैसे- लम्बा बौना ( TI ) सफेद काला ( Bb ) आदि ।

3. होमोजाइगस किसे कहते हैं ? ( What do you mean by homozygous ? )

Ans . किसी लक्षण को प्रभावित करने वाले दो समान जीन के जोड़े को धारण करने वाली रचना को होमोजाइगस कहते हैं ।

4. हेटेरोजाइगस ( विषम युग्मजी ) किसे कहते हैं ? ( What do you mean by heterozygous ? )

Ans . किसी लक्षण को प्रभावित करने वाले दो असमान जीन के जोड़े को धारण करनेवाली रचना को हेटेरोजाइगस कहते हैं ।

5. संकर ( Hybrid ) किसे कहते हैं ? ( What is hybrid ? )

Ans . दो विपरीत लक्षणों वाले जनकों के क्रास से उत्पन्न होने वाली संतान को संकर ( hybrid ) कहते हैं ।

6. फिनोटाइप से आप क्या समझते हैं ? ( What do you mean by phenotype ? )

Ans . किसी सजीव के दिखाई पड़नेवाले लक्षण को फीनोटाइप ( Phenotype ) कहते हैं । जैसे – लम्बापन , बौनापन आदि।

7. जीनोटाइप किसे कहते है?( What is genotype ? ) 

Ans . किसी सजीव की जीन की संरचना को उसका जीनोटाइप कहते हैं।

8. प्रभावी लक्षण से आप क्या समझते हैं ?( What do you mean by dominant ? )

Ans . किसी लक्षण का वह कारक जो अगली पीढ़ी में स्पष्ट होता है या अपने आप को प्रदर्शित करता है उसे प्रभावी ( dominant ) कहते हैं । जैसे लम्बापन ।

9. अप्रभावी लक्षण किसे कहते हैं ? ( What do you mean by recessive ? )

Ans . किसी लक्षण का वह कारक जो अगली पीढ़ी में स्पष्ट नहीं होता है या अपने आप को प्रदर्शित करने में सक्षम नहीं होता है उसे अप्रभावी ( recessive ) कहते हैं ।

10. संकर संकरण से आप क्या समझते हैं ? ( What do you mean by Monohybrid cross?)

Ans . वह क्रास जिसमें विरोधी लक्षणों के एक जोड़े भाग लेते हैं उसे एक संकर संकरण ( Monohybrid cross ) कहते हैं । जैसे शुद्ध लम्बे ( IT ) तथा शुद्ध बौने ( tt ) पौधे के बीच का क्रास ।

11. द्विसंकर संकरण से आप क्या समझते हैं ? ( What do you mean by dihybrid cross ? )

Ans . वह क्रास जिसमें दो जोड़ी विरोधी लक्षणों वाले कारक भाग लेते हैं उसे द्विसंकरण ( dihybrid cross ) कहते हैं ।

12. मेण्डेल के विनियोजन ( पृथक्करण ) का सिद्धान्त लिखिए । ( State Mendel’s law of segregation . )

Ans . विनियोजन का सिद्धान्त ( Law of Segregation ) : – जब किसी संकरण ( cross ) में एक जोड़े विरोधी लक्षण भाग लेते हैं तो विरोधी लक्षण कभी भी आपस में मिश्रित नहीं होते हैं और वे अगली पीढ़ी में अलग – अलग हो जाते हैं ।

13. मेण्डेल के स्वतंत्र विन्यास का नियम लिखिए । ( State Mendel’s Law of independent assortment . )

Ans . स्वतंत्र विन्यास का नियम ( Law of independent Assortment ) : – जब किसी संकरण ( cross ) में दो जोड़े लक्षणों के विरोधी कारक भाग लेते हैं तो विनियोजन के समय दोनों जोड़े एक दूसरे से पूर्ण स्वतंत्र होते हैं ।

14. मेण्डल अपने प्रयोगों के लिए मटर के पौधे का चुनाव क्यों किया ? ( Why did Mendel Select sweet pea for his experiments ? )

Ans . निम्नलिखित कारणों से मेण्डल ने अपने प्रयोगों के लिए मटर के पौधे का चुनाव किया –

  • 1. यह एक पूर्ण एवं उभयलिंगी पौधा है अत : स्वपरागण की क्रिया सुगमता से हो जाती है ।
  • 2. यह एकवर्षीय पौधा है अत : प्रयोग का परिणाम कम समय में प्राप्त हो जाता है ।
  • 3. इस पौधे में विरोधी लक्षणों के अनेक जोड़े आसानी से प्राप्त हो जाते हैं ।
  • 4. इस पौधे को सरलतापूर्वक कहीं भी उगाया जा सकता है ।
  • 5. इसके जननांग स्पष्ट तथा पूर्ण विकसित होते हैं ।
  • 6.इसके संकर ( Hybrid ) में प्रचुर प्रजनन की क्षमता होती है।

15. मेण्डेल के सफलता के क्या कारण थे ? ( What were the reasons behind the success of Mendel ? )

Ans . मेन्डल के सफलता के निम्नलिखित कारण थे :

  • 1 ) मेन्डल ने विभिन्न लक्षणों के कारकों को लेकर अपने प्रयोग को दोहराया तथा प्रत्येक प्रयोग से समान परिणाम प्राप्त हुआ ।
  • 2 ) मटर के पौधे में प्रजनन की प्रचुर क्षमता के कारण मेन्डल F2, F3, पीढ़ी तक अपने प्रयोगों को सरलतापूर्वक संचालित कर निरीक्षण द्वारा गणितीय निष्कर्ष प्राप्त करते रहे ।
  • 3 ) विभिन्न प्रयोगों से प्राप्त सांख्यकीय आँकड़ों के आधार पर निष्कर्ष की परिकल्पना एवं अपने सिद्धान्तों को प्रतिपादित किया ।

You May Also Like

Follow the Vigyan channel on WhatsApp: WhatsApp पर विज्ञान चैनल को फॉलो करें:

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top