प्रतिरक्षा या प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) से आप क्या समझते हैं?
What do you understand by immunity in Hindi ?
प्रतिरक्षा या प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) एक जीव की क्षमता है जो उसे रोगजनकों (pathogens) से बचाती है। यह शरीर की एक जटिल प्रणाली है जो बाहरी और आंतरिक दोनों तरह के खतरों से लड़ती है। प्रतिरक्षा प्रणाली में कई प्रकार की कोशिकाएं और अणु शामिल होते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखने के लिए काम करते हैं।
प्रतिरक्षा (immunity) एक जीव की अपनी कोशिकाओं और ऊतकों की रक्षा करने की क्षमता है, जो शरीर के बाहरी और भीतर के हानिकारक सूक्ष्म जीवों से होती है।

प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर के विभिन्न अंगों और ऊतकों द्वारा बनी होती है, जिनमें शामिल हैं:
- त्वचा
- म्यूकस झिल्ली
- सफेद रक्त कोशिकाएं
- लिम्फ नोड्स
- थाइमस ग्रंथि
- प्लीहा
प्रतिरक्षा प्रणाली (Immunity) दो प्रकार की होती है: जन्मजात और अनुकूली। Types of Immunity
- जन्मजात प्रतिरक्षा प्रणाली पहले से मौजूद होती है और जन्म के समय से ही काम करना शुरू कर देती है। यह बाहरी और भीतर के हानिकारक सूक्ष्म जीवों के खिलाफ शरीर की पहली रक्षा है।
- अनुकूली प्रतिरक्षा प्रणाली जन्म के बाद विकसित होती है और यह शरीर को उन सूक्ष्म जीवों के खिलाफ बचाने के लिए विशेष रूप से तैयार होती है जिनसे पहले संपर्क नहीं हुआ है।
प्रतिरक्षा प्रणाली ( Immunity) के दो मुख्य कार्य हैं Functions of Immunity
- हानिकारक सूक्ष्म जीवों को पहचानना और उनसे लड़ना
- शरीर को हानिकारक सूक्ष्म जीवों से होने वाले नुकसान से बचाना
What do you understand by immunity Class 9 in Hindi
प्रतिरक्षा प्रणाली (Immunity) के कई घटक हैं, जो एक साथ काम करके शरीर को सुरक्षित रखते हैं। ये घटक हैं:
- त्वचा: त्वचा शरीर का पहला और सबसे बड़ा रक्षा कवच है। यह बाहरी हानिकारक सूक्ष्म जीवों को शरीर में प्रवेश करने से रोकता है।
- म्यूकस झिल्ली: म्यूकस झिल्ली शरीर के अंदरूनी अंगों को ढकती है। यह एक चिपचिपा पदार्थ छोड़ता है जो हानिकारक सूक्ष्म जीवों को शरीर में प्रवेश करने से रोकता है।
- सफेद रक्त कोशिकाएं: सफेद रक्त कोशिकाएं शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली का मुख्य घटक हैं। ये कोशिकाएं हानिकारक सूक्ष्म जीवों को पहचानती हैं और उनसे लड़ती हैं।
- लिम्फ नोड्स: लिम्फ नोड्स शरीर के विभिन्न हिस्सों में पाए जाते हैं। ये नोड्स सफेद रक्त कोशिकाओं को इकट्ठा करते हैं और उन्हें हानिकारक सूक्ष्म जीवों से लड़ने के लिए तैयार करते हैं।
- थाइमस ग्रंथि: थाइमस ग्रंथि एक छोटी ग्रंथि है जो सीने के पीछे स्थित है। यह ग्रंथि सफेद रक्त कोशिकाओं को विकसित करने और उनको अनुकूली प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए तैयार करने का काम करती है।
- प्लीहा: प्लीहा एक बड़ा अंग है जो पेट के बाएं तरफ स्थित है। यह अंग सफेद रक्त कोशिकाओं को इकट्ठा करता है और उन्हें हानिकारक सूक्ष्म जीवों से लड़ने के लिए तैयार करता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली एक जटिल प्रणाली है जो शरीर को सुरक्षित रखने के लिए कई तरह से काम करती है। जब यह प्रणाली ठीक से काम करती है, तो शरीर विभिन्न प्रकार के हानिकारक सूक्ष्म जीवों से सुरक्षित रहता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो आप कर सकते हैं:
- स्वस्थ आहार खाना
- नियमित रूप से व्यायाम करना
- पर्याप्त नींद लेना
- तनाव से बचना
- धूम्रपान और शराब से बचना
- उचित स्वच्छता का अभ्यास करना
- नियमित रूप से टीकाकरण करवाना
यदि आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें। वे आपको प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए सबसे अच्छा तरीका बता सकते हैं।
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